रविवार, 24 जनवरी 2021

देश में घृणा, नफरत, राग द्वेष का कोई स्थान नहीं

कोलफील्ड मिरर 24 जनवरी 2021: सोशल मीडिया पर एक बहुत ही गौरतलब करने योग्य तथा प्रेरणास्पद पोस्ट है | ऑस्ट्रेलिया की भूमि पर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले ऋषभ पंत (हिंदू), मोहम्मद सिराज (मुस्लिम), शुभमन गिल (सिख), वाशिंगटन सुंदर (ईसाई) के बारे में | जब यह सब मिलकर साझा रूप से प्रयास करते हैं, तो असंभव को संभव में बदल देते है

बहुत पहले हमारे देश में 'हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, यह है भारत के सिपाही !' बड़े गर्व भाव से नारा लगाया जाता था | क्योंकि आपसी भाईचारा, सौहार्द व मिलकर ही देश को आगे बढ़ाय जा सकता है, विकास के चरम को प्राप्त कर सकते है, ना की आपसी जूतमपैजार से | जैसे भारतीय क्रिकेट टीम के इन खिलाड़ियों ने सामूहिक प्रयास के द्वारा जीत का परचम लहराया

कहने का मतलब साफ है कि देश में घृणा, नफरत, राग द्वेष का कोई स्थान नहीं है हम सब हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई या जो भी हैं बाद में है, सबसे पहले हैं हम सब प्यारे हिंदुस्तानी | यही गर्व भाव पैदा करने की जरूरत है और नफरत व घृणा को हाशिए  से बाहर करते हुए जमींदोज करने की जरूरत है | जिसने भी यह पोस्ट लिखी है वह बधाई व साधुवाद का पात्र है कि उसने एक प्रेरणास्पद संदेश सभी भारतीयों को दिया है

बस ! सत्यानाश हो वोट तथा सत्ता की राजनीति का जो गुड गोबर करने में लगी हुई है, अपने स्वार्थ के आगे देश व जनता भले ही गर्त में जाए ! 

हेमा हरि उपाध्याय अक्षत खाचरोद उज्जैन मध्य प्रदेश

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें